Class 8 Hindi Chapter 7 Question Answer क्या निराश हुआ जाए

Class 8 Hindi Chapter 7 Question Answer क्या निराश हुआ जाए

NCERT Solution for Class 8 Hindi Chapter 7 Question Answer 

Class 8 Hindi Chapter 7:  कक्षा 8 हिंदी वसंत अध्याय 7 के लिए एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 हिंदी के लिए एनसीईआरटी समाधान का हिस्सा हैं। यहां हमने कक्षा 8 हिंदी वसंत अध्याय 7 क्या मायुस हुआ गया के लिए एनसीईआरटी समाधान दिए हैं। class 8 Hindi chapter 7 question answer

पाठ 7 : क्या निराश हुआ जाए class 8 Hindi chapter 7 question answer 

(हजारी प्रसाद द्विवेदी) [ Class 8 Hindi Chapter 7 question answer  ]

कठिन शब्दार्थ - मन बैठना = निराश होना। तस्करी = चोरी का व्यापार। प्रत्यारोप = बदले में इल्ज़ाम । अतीत= बीता हुआ। गर = गड्ढा। मनीषी = विचारक। निरीह = कमजोर। श्रमजीवी = मेहनत करने वाला। आस्था = विश्वास। भौतिक = कृत्रिम । कोटि = करोड़। दरिद्र जनों = गरीब लोगों।

त्रुटियाँ = कमियाँ। प्रमाण = सबूत। आक्रोश = क्रोध। पर्दाफाश = भेद खोलना, उजागर करना। दोषोद्घाटन = कमियों को दिखाना। लोकचित्त = लोगों के हृदय में। अवांछित = अनचाहा। निर्जन= सुनसान , कातर मुद्रा= रोनी सूरत। ढाँढ़स = दिलासा, धीरज । 

Class 8th Hindi Chapter 7 summary (पाठ का सार) ? = लेखक ने बताया है कि संसार में अच्छे और बुरे सभी काम देखने को मिल रहे हैं, परन्तु हमें अच्छे काम करने वालों की ओर देखकर आशावादी होना चाहिए।

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न[ Class 8 Hindi Chapter 7 ]

 प्रश्न 1. लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी 'धोखा दिया है फिर भी वह निराश नहीं है। आपके विचार से इस बात का क्या कारण हो सकता है? 

उत्तर- लेखक को लोगों ने धोखा दिया है फिर भी वह निराश नहीं है। मेरे विचार से इसका कारण यह है कि लेखक केवल उन्हीं बातों का लेखा-जोखा नहीं रखता जिनमें उसने छल किया है। लेखक अपने जीवन की उन घटनाओं को भी याद करता है जब लोगों ने उसकी बेवजह मदद की और उसके उदास मन को सांत्वना दी।

टिकट बाबू बाकी पैसे लेखक को लौटाना, बस-कंडक्टर को दूसरी बस और बच्चों के लिए दूध देना आदि ऐसी घटनाएं हैं। इसलिए उनका मानना है और आशावादी है कि अभी भी समाज में मानवता, प्रेम, आपसी सहयोग समाप्त नहीं हुआ है।

प्रश्न 2. समाचार-पत्रों, पत्रिकाओं और टेलीविजन पर आपने ऐसी अनेक घटनाएँ देखी-सुनी होंगी जिनमें लोगों ने बिना किसी लालच के दूसरों की सहायता की हो या ईमानदारी से काम किया हो। ऐसे समाचार तथा लेख एकत्रित करें और कम-से-कम दो घटनाओं पर अपनी टिप्पणी लिखें।

 उत्तर- (1) दैनिक नवज्योति (समाचार)

आज के समय में हर कोई अपने लिए जीता है, लेकिन दूसरों के लिए कुछ करने से उत्साह और संघर्ष के साथ एक अलग व्यक्तित्व की पहचान भी मिलती है। महात्मा गांधी से प्रभावित, डॉ. एन. लांगे न केवल दक्षिण अफ्रीका में बल्कि पूरे विश्व में महिलाओं के लिए एक आदर्श हैं। रंगभेद से ग्रस्त यूरोप में एक श्वेत महिला का अश्वेत के जीवन को सही रास्ता दिखाना अंधेरे में दीया जलाने जैसा है। अपने उज्जवल भविष्य को नजरअंदाज करते हुए डॉ. एन. लैंग जिस तरह हर बच्चे के भविष्य के लिए संघर्ष कर रही हैं

वह लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं. दुख की बात यह है कि दक्षिण अफ्रीका की सरकार डॉ. एन. लैंग के काम में दखल दे रही है। दक्षिण अफ्रीका और दुनिया के अन्य देशों की सरकार को भी डॉ लैंग की मदद करनी चाहिए और अपने देश में ऐसे अनाथों की मदद करने की योजना बनानी चाहिए जिन्हें वास्तव में मदद की जरूरत है और वे इस मदद के बिना आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। हुह।

टिप्पणी = इस खबर को पढ़कर हम कह सकते हैं कि समाज में रहते हुए हमें केवल अपने बारे में नहीं सोचना चाहिए, बल्कि निराश्रित वर्ग का सहारा भी बनना चाहिए। डॉ. एन. की तरह वे महात्मा गांधी से प्रभावित थे। लैंग पस्त महिलाओं और बेसहारा बच्चों की मदद करने में अग्रणी है। ऐसे कार्य करने में रुचि रखने वाले लोगों की हर संभव मदद करना भी हम सबका दायित्व है ताकि वे अपने उद्देश्य में सफल हो सकें और समाज को लाभ पहुंचा सकें।

(2) दैनिक भास्कर (समाचार) स्वरोजगार भवन- समाज में असहाय एवं विकलांगों की सहायता के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने स्वरोजगार भवनों के निर्माण पर विचार किया है, जिसमें जरूरतमंद व्यक्ति अपने अनुसार कार्य कर धन कमा सकेंगे। पसंद। उनकी शारीरिक क्षमताओं के लिए।

टिप्पणी class 8 Hindi chapter 7 question answer - हमारे विचार से ऐसे कार्यों से ही समाज आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर होगा। वर्ग-भेद और ऊंच-नीच की भावना समाप्त होगी, क्योंकि जब लोग एक स्थान पर मिलजुल कर काम करते हैं तो उनमें एकता की भावना प्रबल होती है और आत्म-विश्वास बढ़ता है।

प्रश्न 3. लेखक ने अपने जीवन की दो घटनाओं में रेलवे नों टिकट बाबू और बस कण्डक्टर की अच्छाई और ईमानदारी की बात बताई है। आप भी अपने या अपने किसी परिचित के साथ हुई किसी घटना के बारे में बताइए नी जिसमें किसी ने बिना किसी स्वार्थ के भलाई, ईमानदारी और अच्छाई के कार्य किए हों।

उत्तर – यह मेरे अब तक के जीवन में घटी एक घटना है जो सत्य पर आधारित है। हुआ यूं कि मेरे पड़ोसी का बेटा कैंसर की वजह से अस्पताल में भर्ती था।  मेरे पड़ोसी ने अपने बेटे का इलाज कराने की हिम्मत जुटाई और उसके पास जो कुछ भी था उसने अपने बेटे के इलाज के लिए लगा दिया। उन्होंने अपने बेटे की सेवा में अपनी निजी नौकरी भी खो दी। घर का खर्च चलाना भी मुश्किल हो रहा है। क्या हुआ।

आगे के इलाज के लिए उसके पास पैसे नहीं बचे थे। उसकी नाउम्मीद असहनीय स्थिति को देखकर मैंने अपने ही मित्र से बात की जो दिल्ली में रहता है, वह एक बड़ा व्यापारी है और जन कल्याण के लिए कई सामाजिक संगठन चला रहा है। मेरी बात सुनकर वे बड़े उदार हुए और दूसरे गोंडिन स्वयं अपने वाहन में मेरे पास आए। पड़ोसी के बेटे को अपने साथ इलाज के लिए दिल्ली ले गए और अपने खर्चे पर अस्पताल में भर्ती कराया।

उन्होंने बिना किसी स्वार्थ के तीन महीने तक उनका सारा खर्चा उठाया। वह ठीक हो गया और उन्होंने उसे घर छोड़ दिया। उसने यह सब काम अच्छे और अच्छे के लिए किया। जब मैं ऐसे परोपकारी मित्र के बारे में सोचता हूँ तो मेरा हृदय उसके प्रति कृतज्ञ हुए बिना नहीं रह पाता।

पर्दाफाश -class 8 Hindi chapter 7 question answer

प्रश्न 1. class 8 Hindi chapter 7 question answer 

"दोषों का पर्दाफाश करना कब बुरा रूप ले सकता है?

उत्तर-दोषों का पर्दाफाश करना तब बुरा रूप ले सकता है जब सम्बन्धित व्यक्ति के दोषों को उभारा जाए और वह | इसे अपनी बदनामी समझकर विरोध करने की दृष्टि से उग्र रूप ले ले।

प्रश्न 2. आजकल के बहुत से समाचार-पत्र या समाचार चैनल 'दोषों का पर्दाफाश' कर रहे हैं। इस प्रकार के समाचारों और कार्यक्रमों की सार्थकता पर तर्क सहित | विचार लिखिए।

उत्तर- आजकल बहुत से समाचार-पत्र या समाचार चैनल 'दोषों का पर्दाफाश' कर रहे हैं। इस प्रकार के समाचारों की सार्थकता तो है लेकिन इनके पीछे समाचार-सम्पादक या | चैनल का उद्देश्य नेक हो। इससे सम्बन्धित समाचार-पत्र या समाचार चैनल की निश्चित ही लोकप्रियता बढ़ती है, बशर्ते उसकी नियत किसी को बदनाम न करने और धन कमाने की | नहीं होनी चाहिए। नेक उद्देश्य से इस प्रकार के समाचारों का प्रकाशन जनहित में है। ऐसे समाचारों से लोग सीखते हैं। और दुनिया के कार्य-व्यवहार से भी परिचित होते हैं।

कारण बताइए-class 8 Hindi chapter 7 question answer

  • निम्नलिखित के सम्भावित परिणाम क्या-क्या हो सकते हैं? आपस में चर्चा कीजिए। जैसे-"ईमानदारी को मूर्खता का पर्याय समझा जाने लगा है।" परिणाम- भ्रष्टाचार बढ़ेगा।

प्रश्न 1. " सच्चाई केवल भीरु और बेबस लोगों के हिस्से पड़ी है। "

उत्तर - परिणाम — तानाशाही बढ़ेगी और लोगों के मन में सच्चाई के प्रति आस्था नहीं रह जायेगी।

प्रश्न 2. "झूठ और फ़रेब का रोजगार करने वाले फल- फूल रहे हैं।"

उत्तर- परिणाम- लोगों में भ्रष्टाचार बढ़ेगा और ईमानदारी समाप्त हो जायेगी।

प्रश्न 3. "हर आदमी दोषी अधिक दिख रहा है, गुणी कम । "

उत्तर - परिणाम लोगों में अविश्वास बढ़ेगा।

दो लेखक और बस यात्रा-class 8 Hindi chapter 7 question answer

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प्रश्न- आपने इस लेख में एक बस की यात्रा के बारे में | पढ़ा। इससे पहले भी आप एक बस यात्रा के बारे में पढ़ | चुके हैं। यदि दोनों बस यात्राओं के लेखक आपस में मिलते तो एक-दूसरे को कौन-कौनसी बातें बताते? अपनी कल्पना से उनकी बातचीत लिखिए।

उत्तर- दोनों बस यात्राओं के लेखक इस प्रकार बातचीत करते-

हरिशंकर - भाई हजारीप्रसाद, आपने कभी ऐसी बस-यात्रा की, जिसमें कष्ट झेलने पड़े हों ? हजारीप्रसाद-नहीं, हम तो कल ही बस यात्रा से आये । बस बीच रास्ते में भले ही खराब हो गई, परन्तु कंडक्टर ने हमारी सहायता की और दूसरी बस लाकर हमें गन्तव्य तक पहुँचाया।

हरिशंकर - हमारे साथ तो बुरा हुआ! वह ऐसी खटारा बस थी, जिसमें छः घण्टे का सफर बड़ी कठिनाई से पूरा हुआ। हमारी बस सारे रास्ते खराब होकर रुकती रही, जिससे सारा शरीर टूट रहा है।

हजारीप्रसाद-हमारे साथ तो ईमानदारी और इन्सानियत का आचरण किया गया। हमारी बस यात्रा ठीक रही। 

सार्थक शीर्षक-class 8 Hindi chapter 7 question answer+ extra question 

प्रश्न 1. लेखक ने लेख का शीर्षक 'क्या निराश हुआ | जाए' क्यों रखा होगा? क्या आप इससे भी बेहतर शीर्षक | सुझा सकते हैं?

उत्तर-लेखक ने इस लेख का शीर्षक 'क्या निराश हुआ जाए' समाज में बढ़ रहे अराजकता के तत्त्वों के आधार पर रखा होगा, लेकिन उसने यह भी अनुभव किया होगा कि इस बढ़ती अराजकता के बीच मानवीय भाव भी जीवित हैं। जिनके सहारे हमारे देश की मानवता कभी मिट नहीं सकती। इसलिए निराश होने की आवश्यकता नहीं है। इसका अन्य शीर्षक 'आशावादी बनो' या 'फिर सुबह होगी' आदि रखा जा सकता है। 

प्रश्न 2. यदि 'क्या निराश हुआ जाए' के बाद कोई विराम-चिह्न लगाने के लिए कहा जाय, तो आप दिये गये चिह्नों में से कौनसा चिह्न लगाएँगे? अपने चुनाव का  कारण भी बताइए।

उत्तर- 'क्या निराश हुआ जाए' शीर्षक के बाद यदि कोई विराम चिह्न लगाने को कहा जाए तो मैं दिये गये चिह्नों में से ?' (प्रश्न चिह्न) लगाऊँगा। इसका कारण यह है कि इस शीर्षक से लेखक की जिज्ञासा भावना का पता चलता है; क्योंकि लेखक समाज में हो रहे गलत कार्यों को | देखकर विचलित नहीं हो रहा है। ये तो सदा से ही समाज में व्याप्त रहे हैं। इस स्थिति को अनुभव कर वह आशावादी दृष्टि से प्रश्नवाचक शैली में पाठकों से जवाब की अपेक्षा करता है।

प्रश्न 3. "आदर्शों की बात करना तो बहुत आसान है, पर उन पर चलना बहुत कठिन है।" क्या आप इस बात से सहमत हैं? तर्क सहित उत्तर दीजिए।

उत्तर-" आदर्शों की बात करना तो बहुत आसान है, पर उन पर चलना बहुत कठिन है।" लेखक का यह कथन पूर्णतया सत्य है और हम पूरी तरह से सहमत हैं, क्योंकि हम आदर्शों की बात तो करते हैं जैसे सत्य बोलेंगे, दहेज नहीं लेंगे, लेकिन परिस्थिति और समय आने पर हम स्वार्थ में घिर कर इनका पालन नहीं कर पाते हैं। 

सपनों का भारत-class 8 Hindi chapter 7 question answer

"हमारे महान मनीषियों के सपनों का भारत है और रहेगा।"

प्रश्न 1. आपके विचार से हमारे महान विद्वानों ने किस सारा तरह के भारत के सपने देखे थे? लिखिए।

उत्तर- हमारे महान विद्वानों ने ऐसे भारत की कल्पना की थी जिसमें सभी एक-दूसरे से प्रेम व सहयोग की भावना से मिलकर रहें और इसकी महान संस्कृति का अनुकरण करें। वे चाहते थे कि आर्य और द्रविड़, हिन्दू और हुआ मुसलमान, यूरोप और भारतीय आदशों को मिलन भूमि बैंक भारत ही हो। उन्होंने इसे 'मानव महासमुद्र' के रूप में देखना चाहा।

प्रश्न 2. आपके सपनों का भारत कैसा होना चाहिए? |लिखिए ?

उत्तर- हमारे सपनों का भारत विश्व के देशों में सबसे अग्रणी हो । भ्रष्टाचार, बेरोजगारी का नामो-निशान न हो। सभी धर्म के लोग आपस में मिलकर रहें। साम्प्रदायिकता और गरीबी का नामो-निशान न रहे। हमारा देश सत्य और ईमानदारी के पथ पर चलकर शिक्षा, विज्ञान, स्वास्थ्य और  व्यापार-उद्योगों के क्षेत्र में अधिक से अधिक उन्नति करे। प्रश्न अ हमारा देश प्रदूषण मुक्त और हरा-भरा बने। सभी सुखी, निरोगी और सौ वर्ष तक जिएँ ।

यदि आप का इस चैप्टर के बारे में कोई कमेंट हे तो आप हमें बोल सकते है।  अगले भाग में में आप को इस चैप्टर के class 8 Hindi chapter 7 MCQ उपलब्ध करवाऊंगा। 

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